ह ृदय शक्ति और कैलोरी की खपत: चलने और दौड़ने के लाभकारी प्रभाव
चलना और दौड़ना दो प्रमुख एरोबिक व्यायाम हैं जो हृदय की मांसपेशियों को मजबूत कर रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, इन गतिविधियों को नियमित रूप से अपनाने से कोरोनरी आर्टरी रोग की संभावना लगभग 30% तक घटती है। दौड़ना, जो तीव्र गतिविधि है, प्रति घंटे 600 से अधिक कैलोरी जलाकर वजन नियंत्रण में सहायक होता है। इसके विपरीत, चलना एक सतत, कम प्रभाव वाला व्यायाम है जो किसी भी उम्र या फिटनेस स्तर के व्यक्ति के लिए अनुकूल है। दोनों ही गतिविधियाँ रक्तचाप को कम करती हैं, अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाती हैं और बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाकर हृदय रोग के जोखिम को कम करती हैं।
हड्डियों की मजबूती और चयापचय की दक्षता: शरीर को भीतर से सशक्त बनाना
चलने और दौड़ने से उत्पन्न जैव-यांत्रिक दबाव हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा घटता है—विशेषकर रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाओं में। साथ ही यह व्यायाम मांसपेशियों की शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ाता है, जो जोड़ों की स्थिरता और गतिशीलता के लिए आवश्यक है। चयापचय दृष्टि से, इन व्यायामों के दौरान होने वाली नियमित मांसपेशीय गतिविधियाँ शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाती हैं, जिससे रक्त शर्करा नियंत्रित होती है और टाइप 2 मधुमेह का खतरा घटता है। चलना, एक कम प्रभाव वाला व्यायाम होने के कारण पुनर्वास के लिए उपयुक्त है, जबकि दौड़ना एथलेटिक शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ाता है।
मस्तिष्क पोषण और तनाव से राहत: मानसिक स्वास्थ्य के लिए चलना और दौड़ना



















